गुरुवार, 21 जनवरी 2010

नारियल के घरेलू नुस्खे

Home remedies
सर्दियों में रूखे और फटे होंठों पर सुबह शाम नारियल तेल लगाएँ। रूखेपन की समस्या खत्म हो जाएगी।

फटी एड़ियों के लिए रात में सोने से पहले पेट्रोलियम जैली के साथ नारियल तेल की मालिश करें। सुबह गुनगुने पानी से पैर धो लें।

धब्बों की समस्या से परेशान हैं तो आधा चम्मच नारियल तेल में आधे नींबू का रस निचोड़े और चेहरे और कोहनी पर रगड़े, फिर गुनगुने पानी से धो लें।

आँखों का मेकअप साफ करने के लिए कॉटन बॉल पर थोड़ा सा नारियल तेल डाले और हल्के हाथों से आँखों को साफ करें।

नारियल के तेल की नहाने से पहले या फिर नहाने के बाद भी मालिश की जा सकती है। इससे त्वचा मुलायम और चमकदार रहेगी।

मंगलवार, 19 जनवरी 2010

युवा दिखने का राज पौष्टिक खाने में

Health News
डायटिंग करके खूबसूरत दिखने की शौकीन लड़कियाँ इस खबर पर जरा गौर फरमाएँ। यदि असल उम्र से दस गुना कम नजर आना है तो डायटिंग छोड़ खाना शुरू कर दीजिए क्योंकि बेहतर खाना ही स्मार्ट लुक और कमउम्र नजर आने का बेहतरीन नुस्खा है।

जी हाँ, ब्रिटेन के एक जानेमाने न्युट्रीशनिस्ट पैट्रिक होलफोर्ड ने दावा किया है कि बेहतर खाना खाने से इंसान अपनी असल उम्र से दस गुना कम का दिखता भी है और सोचता भी।

होलफोर्ड के मुताबिक, चेहरे पर आने वाली पहली झुर्री से याददाश्त में कमी के तौर पर उम्र ढलने की पूरी प्रक्रिया ‘आक्सीडेशन’ यानी अवकरण पर निर्भर रहती है। इस प्रक्रिया में जिस्म का रोम-रोम डीएनए की चादर ओढ़ना शुरू कर देता है।

Health News
‘द टाइम्स’ अखबार ने होलफोर्ड के हवाले से लिख है कि एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर खाना खाने से बदन के हर सिस्टम में उम्र ढलने की रफ्तार पर ब्रेक लगती है। होलफोर्ड कहते हैं 'अमेरिकी सरकार के एंटी-एजिंग रिसर्च डिपार्टमेंट की ओर से किए गए अध्ययन में बताया गया है कि आपके बदन में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स के अनुपात में ही आपकी उम्र तय होती है।'

होलफोर्ड के मुताबिक, लोगों को एक दिन में कम से कम पाँच तरह के फल और सब्जियाँ खाने की जरूरत है। लेकिन, कैंसर या किसी अन्य बीमारी से बचाव के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 8-10 तरह के फल या सब्जियाँ खाने का सुझाव दिया है।

शुक्रवार, 25 दिसंबर 2009

पपीता: फल एक फायदे अनेक


पपीता खाने में स्वादिष्ट तो होता ही है साथ ही स्वास्थ्य के लिए काफी लाभकारी होता है। यह फल हर मौसम में आसानी से मिल जाता है। इसमें विटामिन ए, सी, ई और बीटा कैरोटिन होता है। साथ ही विटामिन बी और अल्प मात्रा में विटामिन डी पाया जाता है। इसमें पाया जाने वाला पपेन एंजाइम पाचन के लिए बहुत उपयोगी होता है। कब्ज, रक्तस्राव बवासीर में पका हुआ पपीता काफी लाभदायक होता है।

पपीता खाने के फायदे

यह हृदय रोगियों और डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसमें प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है। यह उच्च कोलेस्ट्राल स्तर को कम करने में मदद करता है।

पपीते का रस प्रोटीन को आसानी से पचा देता है। इस कारण आंत और पेट के विकारों के लिए काफी लाभदायक होता है। इसके नियमित सेवन से कैंसर होने का खतरा कम हो जाता है। इसमें पाए जाने वाला एंजाइम शरीर में होने वाली सूजन को कम करने में मदद करता है।

पपीते में पाया जाने वाला विटामिन ए त्वचा और आंखों के लिए काफी उपयोगी होता है। इसमें कैल्शियम भी पाया जाता है। यह शरीर की हड्डियों को मजबूत बनाने का काम करता है। यह शरीर की पाचन क्षमता को सही रखता है साथ ही पेट के संक्रमण से बचाता है।

सुबह पपीते का खाकर दूध पीने से कब्ज दूर होता है। उच्च रक्तचाप को नियंत्रित रखने के लिए सुबह खाली पेट तीन से चार फांक पपीता नियमित रूप से तीन से चार महीने तक खाएं।

पपीते के एक चम्मच बीज को पानी में पिस कर चौथाई कप पानी के साथ लेने पर पेट के कीड़े मर जाते हैं। जोड़ों में दर्द के रोगियों को नियमित रूप से पपीता खाना चाहिए।

रविवार, 16 अगस्त 2009

सुबह का नाश्ता है बहुत जरूरी

हड़बड़ी और समय की कमी के चलते लोग कई बार नाश्ता छोड़ देते हैं या फिर चलते-चलते कुछ रास्ते में ही खा लिया करते हैं। नाश्ता करने के बजाय वह दोपहर के लंच में सब कुछ इकट्ठा ही खा लेना चाहते हैं। लेकिन विशेषज्ञों के मुताबिक सुबह का नाश्ता अच्छी सेहत के हिसाब से बेहद जरूरी है। पूर्व में हुए शोधों में यह बात साबित हो चुकी है कि सुबह का नाश्ता दिमाग और शरीर दोनों के लिए फायदेमंद होता है।

ब्रेकफास्ट के फायदे :

-सुबह का नाश्ता आपको ऊर्जावान बनाता है। नियमित नाश्ता करने वाले लोगों की पाचन क्षमता ठीक रहती है। ये लोग नाश्ता नहीं करने वाले लोगों की अपेक्षा अपना वजन भी जल्द घटा लेते हैं।

-सुबह नाश्ता करने वाले लोग अधिक प्रभावी और सजग तरीके से अपने काम को अंजाम देते हैं। इससे दिन की अच्छी शुरुआत होती है और उनके मस्तिष्क को पर्याप्तऊर्जा मिलती है।

-कई सर्वे में यह बात साबित हो चुकी है कि जो बच्चे सुबह अच्छा नाश्ता करते हैं, स्कूल में उनका प्रदर्शन बेहतर होता है।

-अच्छे ब्रेकफास्ट में जूस शामिल होता है। लेकिन जूस के बजाय फल सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है। ंफल से कैलारी कम और फाइबर ज्यादा मिलता है।

-नाश्ते में फल को शामिल करें। विटामिन, खनिज और फाइबर होने के कारण यह संतुलित आहार माना जाता है।

-ब्रेकफास्ट को जल्दी जल्दी में निपटाएं नहीं। इसमें पौष्टिक चीजों को भी शामिल करें। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए संतुलित आहार बेहद जरूरी है।

-ब्रेकफास्ट में फास्टफूड को शामिल मत करें। दिन की शुरुआत ऐसे खाने से न करें जो सस्ता, जल्द बनने वाला और सुविधाजनक हो। ब्रेकफास्ट संतुलित और गुणकारी हो।

-फलों का जूस पीते समय उससे मिलने वाली कैलोरी का भी ध्यान रखें। एक गिलास जूस में लगभग 80-100 कैलोरी होती है। जूस को पीने से पहले एक गिलास पानी पिएं। इससे आप कम जूस पिएंगे। जूस से ब्लड शुगर बढ़ता है। यह आपकी भूख को भी बढ़ाता है।

-अगर आप ब्रेड पर मक्खन के साथ जैम-जैली लगाकर खाने के शौकीन हैं तो वसा युक्त खाने से परहेज करें। इसके बजाए फलों से युक्त कुछ खाएं जो वसा रहित होने के साथ ही पौष्टिक भी हो।

-अंडा खाते हैं तो उसके सफेद हिस्से को ही खाएं। एक पूरा अंडा और दो अंडे की सफेदी से बना आमलेट खा सकते हैं। इससे आप कम कैलोरी, वसा और कोलेस्ट्राल लेंगे।

-नाश्ते में दलिया को शामिल करें। इसमें प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है। सेहत के लिए फायदेमंद होने के साथ ही यह कोलेस्ट्राल को घटाता है।

-नाश्ते में प्रोटीन जरूर शामिल करें। वैज्ञानिकों के मुताबिक नियमित रूप से नाश्ता करने से मस्तिष्क को ताकत मिलती है। इमसें प्रोटीन की विशेष अहमियत होती है।

बुधवार, 12 अगस्त 2009

क्रीमी फ्रूट्‍स

सामग्री :
2 कप ताजी क्रीम, 1 सेब बारीक कटा, 1 अनार के दाने, 1/2 कप हरे अँगूर, 1/2 कप काले अँगूर, कुछ चेरी, संतरे की फाँकें, चीनी।
विधि :
सर्वप्रथम ताजी क्रीम को एक बाउल में लेकर गाढ़ा होने तक फेंट लें। अब इसमें सभी फल तथा चीनी मिलाकर फ्रिज में ठंडा कर लें।
घर आए मेहमानों को ठंडा-ठंडा फ्रूट क्रीम परोसें।

मिल्क पावडर के पुए

सामग्री :
5 बड़े चम्मच मिल्क पावडर, 3 चम्मच राजगिरा आटा, 2 चम्मच मोरधन, इलायची 10, शक्कर 1 कप, एक चम्मच सौंफ, एक कप दूध, तलने के लिए घी, केसर।
विधि :
शक्कर छोड़कर सारी सामग्री को दूध के साथ मिलाकर गाढ़ा घोल बनाकर फेंटें। इसे एक-डेढ़ घंटे तक ढँककर रख दें। अब कड़ाही में घी गर्म करें।
एक बड़ा चम्मच मिश्रण गर्म तेल में डालें व गुलाबी होने तक मंदी आँच पर तलें। अब चाशनी बना लें और तला हुआ मालपुआ चाशनी में डाल दें। तैयार मालपुआ को सूखे मेवों से सजाकर पेश करें।